रायबरेली में पकड़े गये मुन्ना भाई
रायबरेली ब्यूरोः (आकाश अग्निहोत्री) केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की मुख्य आरक्षी भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा पकड़ा गया है। दूसरे से लिखित परीक्षा दिलाकर खुद शारीरिक दक्षता में शामिल होने आए दो युवकों को दबोच लिया गया। उनके खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने तहकीकात शुरू कर दी है।
ऊंचाहार के एनटीपीसी स्थित सीआइएसएफ यूनिट में इस समय मुख्य आरक्षी की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। लिखित परीक्षा पहले हो चुकी है। जिसमें उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की शारीरिक दक्षता के परीक्षण के लिए यहां बुलाया गया है। उसी क्रम में बुधवार को दो युवक उक्त परीक्षा देने ऊंचाहार पहुंचे। यूनिट में जब इन परीक्षार्थियों की बायोमीट्रिक मशीन से उपस्थिति दर्ज कराई गई तो उनके अंगूठे का मिलान नहीं हुआ। फिर अफसरों को शक हुआ। जिसके बाद उनके अभिलेखों का मिलान किया गया। तब जाकर पता चला कि उनके स्थान पर दो मुन्ना भाइयों ने अपना फोटो लगाकर लिखित परीक्षा दी थी।
उस समय बायोमीट्रिक मशीन में उनके अंगूठे से उपस्थिति तो दर्ज हो गई थी, उन्हें उम्मीद नहीं थी कि यहां भी उसी मशीन से अंगूठा जांचा जाएगा। मामला खुला तो महोबा के वाराश्रीनगर से आए दोनों अभ्यर्थियों शैलेंद्र कुमार व धर्मेंद्र कुमार को स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया गया। सीआइएसएफ के सहायक कमांडेंट राम आशीष राय ने ऊंचाहार कोतवाली में दोनों के विरुद्ध धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है। ऊंचाहार कोतवाल धर्मेंद्र दुबे ने बताया कि इन दोनों युवकों से पूछताछ कर उन मुन्ना भाइयों के बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास किया जा रहा है, जिन्होंने लिखित परीक्षा दी थी।