अशोक श्रीवास्तव: बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुई मतगणना के अनुसार जेडीयू महागठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिलता दिख रहा है। वहीं बीजेपी को इस चुनाव में करारा झटका लगा....
आगे पढ़ें »इस विसंगति को क्या नाम दें, हम सभ्यता, संविधान, धर्म की चाहे जितनी बात कर लें किन्तु स्थिति ‘जिसकी लाठी उसकी भैंस’ से आगे नहीं बढ पा रही है। दबंग खुले आम देश के अनेक हिस्सों में मनमानी कर रहे हैं और तंत्र या तो असहाय है या बड़ी संख्या में लोग उनकी सुरक्षा में लगे हैं जिनका स्थान जेल में होना चाहिये। देश में....
आगे पढ़ें »- अशोक श्रीवास्तव - सोशल मीडिया का जमाना है। देश में होने वाला बड़े सें बड़ा सर्वे हो या फिर अपनी पहचान और विचारों को लाखों लोगों तक पहुंचाने की बात हो सोशल मीडिया को....
आगे पढ़ें »- अशोक श्रीवास्तव - एनडीए की सरकार डेढ़ साल का कार्यकाल पूरा हो गया। सरकार अपनी उपलब्धियां गिनाते नही थक रही, लेकिन दाल की बढ़ती कीमतों को लेकर बैकफुट पर है। ‘दाल-रोटी....
आगे पढ़ें »प्रदीप चन्द्र पाण्डेय- भारत-नेपाल के बीच सदियों पुराने रिश्तों पर संविधान से जिस प्रकार से दरार डाला है, नेपाल पहाड़ी बनाम मधेशी में विभाजित हो रहा है वह चिन्ता का विषय है। अपनी समस्या भारत से न कहकर नेपाल ने संयुक्त राष्ट्र में मुद्दे को उठाकर समस्या हल करने की जगह स्थितियों को और पेंचीदा सा बना दिया है।....
आगे पढ़ें »प्रदीपचन्द पाण्डेय सरकार, सामाजिक संगठनों के लाख प्रयास के बावजूद अभी विकलांग, मूक, बधिर, बधिरान्ध्रों, दृष्टिबाधितों के प्रति लोगों के नजरिये में बहुत बदलाव नहीं आ....
आगे पढ़ें »अशोक श्रीवास्तव- भारतीय राजनीति में एक नई परम्परा विकसित हो रही है। विकास योजनाओं को धरातल पर उतारने और जनता की बुनियादी जरूरतें पूरी करने की बजाय यदि अच्छे लुभावने....
आगे पढ़ें »प्रदीप चन्द्र पाण्डेय संविधान के अनुसार भले ही कानून सबके लिये बराबर हो किन्तु व्यवहारिक धरातल पर देखे तो गरीब धन व पैरवी केे अभाव में जहां वर्षो बिना सजा के ही जमानत न मिलने के कारण जेल में रहने को अभिशप्त हैं वहीं सम्पन्न लोगों को या तो शीघ्र जमानत मिल जाती है या उन्हें बीमारी के नाम पर अस्पतालों में....
आगे पढ़ें »प्रदीप चन्द पाण्डेय आरक्षण को लेकर पक्ष और विपक्ष का आमने-सामने आ जाना, धरना, धमकी, आन्दोलन रोजमर्रा के आन्दोलनों का हिस्सा बन चुका है। देश के विभिन्न हिस्सों में आये दिन आन्दोलन की स्थिति आ रही है । आर्थिक आधार पर आरक्षण की मांग जोर पकड़ रही है और इसके समीक्षा को लेकर कई संगठन सामने आ रहे हैं। निश्चित रूप....
आगे पढ़ें »प्रदीप चन्द्र पाण्डेय पुलिस की कार्य प्रणाली को सुधारने, उसे जन सरोकारों के प्रति संवेदनशील बनाये जाने की दिशा में बातें खूब हो रही है किन्तु आजादी के 67 साल बाद भी....
आगे पढ़ें »-श्री प्रदीपचन्द पाण्डेय-उच्च न्यायालय के एक निर्णय ने उत्तर प्रदेश की प्राथमिक शिक्षा को ही अस्त व्यस्त कर दिया। जो लोग छात्रों का जीवन संवार रहे थे वे अपने हक के लिये....
आगे पढ़ें »प्रदीप चन्द पाण्डेय सियासत करने वाले कब किस विषय को तिल का ताड़ बना दें क्या पता। सेवा, समर्पण, सिद्धान्तों से भटकी राजनीति नये-नये विषय चुन लेती है। अब तो क्या खाये,....
आगे पढ़ें »शिक्षा मित्र, सहायक शिक्षकों के भविष्य का यक्ष प्रश्न उत्तर प्रदेश के लाखों शिक्षा मित्रों और सहायक शिक्षकों का भविष्य इलाहाबाद उच्च न्यायालय के पूर्ण पीठ के निर्णय के....
आगे पढ़ें »(प्रदीप चन्द पाण्डेय) बेरोजगारी एक बड़ा दंश है। देश के करोड़ो युवा इच्छित अवसर न पाने के कारण मानसिक तनाव के शिकार हो रहे हैं। मोदी सरकार से युवाओं ने उम्मीद लगा रखा है....
आगे पढ़ें »प्रदीप चन्द पाण्डेय बिहार में शांतिपूर्ण चुनाव सम्पन्न कराना सदैव चुनौतीपूर्ण रहा है। यहां के चुनावों में हिंसा, बाहुबल, रूपये पैसे के लेन देन, साडी, शराब, लोभ, लालच....
आगे पढ़ें »(प्रदीप चन्द पाण्डेय) इन दिनों विश्व अर्थ व्यवस्था में व्यापक उथल-पुथल का दौर चल रहा है। पड़ोसी देश चीन में जिस प्रकार से अर्थ व्यवस्था ढलान पर है ऐसे में यह आवश्यक है....
आगे पढ़ें »सपा सरकार ने ग्राम प्रधान का चुनाव क्यों टाला.... क्या वह डरी हुई है जिला और क्षेत्र पंचायतों के परिणामों को लेकर। सपा तो इसे विधानसभा चुनावों का पूर्वाभ्यास मान रही....
आगे पढ़ें »इन दिनों भारत की पाकिस्तान पर सन 1965 में हासिल की गई गौरवशाली विजय की स्वर्ण जयंती मनाई जा रही है। जनसंचार के माध्यमों पर उस महान जीत का जश्न मनाया जा रहा है। सरकारी....
आगे पढ़ें »श्री प्रदीप चन्द्र पाण्डेय......निश्चित रूप से देश के लिये यह गौरव की बात है कि अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में इसरो नित नये कीर्तिमान बना रहा है। जीएसएलवी डी-6 के सफल....
आगे पढ़ें »-श्री प्रदीपचन्द्र पाण्डेय- भारतीय संस्कृति में माता-पिता को ईश्वर से बड़ा स्थान प्राप्त है। शास्त्र कहते हैं कि पुत्र कुपुत्र हो सकता है किन्तु माता कुमाता नहीं हो....
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