भगवान होता तो बलात्कार करते समय कुकर्मियों को लकवा मार देता, मां बनी 12 साल की मासूम
अशोक श्रीवास्तवः गुजरात के सूरत में बारह साल की मासूम मां बन चुकी है। खबर विचलित करने वाली है। 27 जून को काकरापार पुलिस स्टेशन में मासूम की मां ने तहरीर देकर शंका व्यक्त किया कि उसके भाई के बेटे और शौहर ने बेटी की इज़्जत रौंद डाला। फिलहाल पुलिस ने बच्चे का डीएनए टेस्ट कराने का फैसला किया है।
इसके लिये सवा महीने इंतजार करना होगा क्योंकि बच्चे का ब्लड सवा महीने पहले नही लिया जा सकता। मासूम का पिता स्वयं पुलिस में सब इंसपेक्टर है इसे ध्यान में रखते हुए उकाई के सीपीआई को इसकी जांच सौंपी गई है। कई बार ऐसा लगता है कि हमारा भ्रम है कि दुनियां में भगवान हैं। वास्तव में भगवान का होना केवल इसलिये विश्वास दिलाया जाता है ताकि इंसान के भीतर एक डर बना रहे और उसकी इंसानियत मरने न पाये, वह अधर्मी, कुकर्मी होने से पहले सौ बार सोचे तथा भगवान की ताकत का अहसास होने पर उसकी रूह कांप जाये।
किन्तु लोगों द्वारा बताई गई ये बात सच होती कि भगवान है तो निश्चित रूप से बलात्कार करते वक्त इंसान को लकवा मार जाता और वह चाहकर भी कुछ नही कर पाता। ऐसा हो तभी तो ईश्वरीय शक्ति का अहसास होगा। वरना इंसान को भेड़िया बनने में कितना वक्त लगेगा। आये दिन ऐसी खबरें सामने आ रही हैं, घटनायें ऐसी कि रोगटे खड़े हो जाये। आखिर क्यों इंसानियत मरती जा रही है, किसी की इच्छा के विरूद्ध उसके साथ क्यो जबरदस्ती करता है इंसान।ं