ऑपरेशन लोटस फेल, 6 विधायक बर्खास्त, सुक्खू ही रहेंगे हिमांचल के सीएम
नेशनल डेस्कः लोकसभा चुनाव से पहले हिमांच प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिराने के लिये चलाया गया आपरेशन लोटस नाकाम रहा। ऐन वक्त पर कांग्रेस ने बगावती तेवर अख्तियार करने वाले 6 विधायकों को बर्खास्त कर दिया और विपक्ष की एक भी पैंतरेबाजी काम नही आई। कांग्रेस के इन विधायकों ने राज्यसभा चुनाव के दौरान क्रॉस वोटिंग करते हुए बीजेपी उम्मीदवार हर्ष महाजन के पक्ष में वोटिंग की थी।
इसकी वजह से कांग्रेस उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी हार गए थे। सही समय पर लिये गये फैसले की पार्टी के नेता सराहना कर रहे हैं। इस फैसले से हिमाचल की कांग्रेस सरकार गिरने का खतरा टल गया है। आपको बता दें हिमाचल में कुल 68 विधायक हैं। इस फैसले के बाद कांग्रेस के पास अब 34 विधायक बचे हैं। भाजपा के 25 विधायक हैं, जबकि 3 निर्दलीय हैं। अगर 3 निर्दलीय और भाजपा मिलते हैं तो भी 28 ही विधायक हो रहे हैं। अगर फ्लोर टेस्ट की नौबत आई तो कांग्रेस सरकार आसानी से बहुमत साबित कर लेगी।
हिमाचल प्रदेश में क्रॉस वोटिंग पर कांग्रेस ने 29 फरवरी की शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार, हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा और हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सुक्खू शामिल थे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पार्टी और विधायकों के बीच सारे मतभेद सुलझा लिए गए हैं। सुक्खू सीएम बने रहेंगे। ऑपरेशन लोटस फेल हो गया है। हमारे लिए अब लोकसभा चुनाव प्राथमिकता है। वहीं, कांग्रेस के 6 बागी विधायकों ने स्पीकर के फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती दे दी है। बजट सेशन के दौरान सदन में मौजूद न रहने पर स्पीकर पठानिया ने गुरुवार सुबह इन्हें विधानसभा सदस्यता से अयोग्य ठहराया था। बागी विधायकों ने अपनी सदस्यता रद्द करने के फैसले को चैलेंज किया है।